हम सभी को अपने जीवन में कुछ ऐसे Tricky सवालों का सामना करना पड़ता है जिसका जवाब बहुत आसान होता है लेकिन उसका जवाब ढूंढने में हमारे पसीने छूट जाते हैं। चलिए आज हम ऐसे हीं कुछ सवालों को देखते हैं जिसके जवाब हैं तो बहुत हीं आसान लेकिन जवाब पता नही होने पर आपके दिमाग की नसें झनझना उठेंगी।- अजब सवाल के गजब जवाब प्रश्न 1:- आपके सर के ऊपर पंखा घूम रहा है और आपको माचिस की तीली जलानी है लेकिन ध्यान रहे की तीली पूरी जलनी चाहिए और पंखा भी घूमते रहना चाहिए। उत्तर:- वैसे तो ये प्रश्न देखने में बहुत मुश्किल है लेकिन उसका जवाब बहुत आसान है। आप सबसे पहले पंखे का स्विच ऑफ कर दीजिए और फिर उस पंखे के नीचे माचिस की तीली जला दीजिए। तीली भी नही बुझेगी और शर्त भी पूरी हो जाएगी। अगर आप सोच रहे हैं कि मैने तो पंखे का स्विच बंद करने को कहा है तो एक बार फिर सवाल ठीक से पढिए वहाँ ये लिखा गया है कि “पंखा घूम रहा है।” अब आप स्विच ऑफ भी करेंगे तो पंखा अचानक थोड़े न बंद होगा थोड़ी देर तक तो घुमेगा हीं। प्रश्न 2: एक बूढा आदमी, एक छोटी लड़की और एक मुर्गे को लेकर कहीं जा रहा होता है। रास्ते में दूसरा व्यक्ति उसे रोककर पूछता...
दिमागी कसरत – सजा ए मौत एक अपराधी को मौत की सजा सुनाई जाती है. उसे तीन कमरे दिखाये जाते हैं और मौत का तरीका चुनने को कहा गया. पहला कमरा जहरीले सांपो से भरा है. दुसरे कमरे शार्प शूटर है जो कि पूरी तरह से हथियारो से तैनात है. तीसरे और आखरी कमरे मे शेर है जिसको तीन साल से खाना नही मिला है. तो आप बताईये उसे कौन सा कमरा चुनना चाहिए. जवाब- तीसरा कमरा..क्युकि शेर को तीन साल से खाना नही मिला है तो अब तक वो मर गया होगा. यह पोस्ट कोपीराईट है- उलझेंगे तो सुलझेंगे भी, उलझेंगे ही नहीं तो सुलझेंगे कैसे? पर उलझे ही रहने में भी किसी किसी को सुख महसूस होता है और कुछ लोग इस डर से कि रहने दो, कौन उलझे, जिन्दगी भर / अन्त तक दुविधा में ही पड़े रहते हैं । अपनी अपनी प्रकृति है, कोऊ काहू में मगन, कोऊ काहू में मगन ! किन्तु कुछ लोग सिर्फ इसलिए भी उलझन में फँसे रहते हैं क्योंकि वे यथार्थ से पलायन करना चाहते हैं, यथार्थ को देखना तक नहीं चाहते । यथार्थ को जानना / समझना भी उन्हें अनावश्यक झमेला प्रतीत होता है ! सुविधापसंद ऐसे लोग भी अपने तरीके से सुखी / दुःखी होने के लिए मज़बूर / स्वतंत्र...
एक कमरे में चार सौ आदमी है। उसमे से दो सो गए तो अब कमरे में कितने आदमी बचे ? दिमागी कसरत- जवाब- 400 यह पोस्ट कोपीराईट है- उलझेंगे तो सुलझेंगे भी, उलझेंगे ही नहीं तो सुलझेंगे कैसे? पर उलझे ही रहने में भी किसी किसी को सुख महसूस होता है और कुछ लोग इस डर से कि रहने दो, कौन उलझे, जिन्दगी भर / अन्त तक दुविधा में ही पड़े रहते हैं । अपनी अपनी प्रकृति है, कोऊ काहू में मगन, कोऊ काहू में मगन ! किन्तु कुछ लोग सिर्फ इसलिए भी उलझन में फँसे रहते हैं क्योंकि वे यथार्थ से पलायन करना चाहते हैं, यथार्थ को देखना तक नहीं चाहते । यथार्थ को जानना / समझना भी उन्हें अनावश्यक झमेला प्रतीत होता है ! सुविधापसंद ऐसे लोग भी अपने तरीके से सुखी / दुःखी होने के लिए मज़बूर / स्वतंत्र तो होते ही हैं ! ज्यादातर लोगों को मुश्किल लगने वाले दिमागी सवाल हल करने में मजा आता है। कुछ सवाल तो ऐसे होते हैं जिसे सुनने के बाद लोग हार मान जाते हैं कि उनसे नही होगा तो कुछ लोग उसमे पर्सनल इंटरेस्ट लेते हैं और उस सवाल को हल कर के हीं मानते हैं। चलिए आज जानते हैं कुछ ऐसे हीं सवाल जिसे हल करना सभी के बस की बात नही होती है।
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